नागपुर और वर्धा की यात्रा दिल्ली से 25 जनवरी, 2018 को प्रारंभ की गई और
29 जनवरी, 2018 को समापन हुआ। यात्रा बहुत सुखद रही। महात्मा गांधी
अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा, महात्मा गांधी आश्रम
सेवाग्राम, विनोबा भावे आश्रम पवनार व नापुर में उमिया धाम, दीक्षा भूमि,
अंबाझरी लेक देखने का अवसर मिला।
बुधवार, 31 जनवरी 2018
मंगलवार, 30 जनवरी 2018
विनोबा भावे आश्रम, पवनार, वर्धा
लेबल:
9411400108,
पवनार,
वर्धा,
विनोवा भावे आश्रम,
Amitabh srivastav,
ashish atrauli,
ashish kumar,
ashish kumar atrouli,
ashish shikarpur,
places in warda,
warda
मां उमिया धाम नागपुर
मां
उमिया धाम मां पार्वती का भव्य मंदिर है। यह नापुर के रेलवे स्टेशन से
भण्डारा रोड पर करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर पंचायतन
शैली में बना हुआ है। इसकी स्थापत्य कला बहुत ही सुंदर है। मंदिर में शिव
की अर्धागिंनी मां पार्वती की प्रतिमा मध्य में स्थित है। एक और भगवान शिव
का प्रतीक शिवलिंग व उसके एकदम सामने भगवान राम और सीता की संयुक्त विग्रह
लगा हुआ। हनुमान जी की प्रतिमा की प्रवेश द्वार के पास ही लगा हुई है।
मंदिर
में साउंड और लाइट की बहुत ही सुंदर व्यवस्था है। रात को मंदिर संगीत के
साथ विभिन्न प्रकार की परिवर्तित होती लाइटों से प्रकाशित रहता है। बदलते
प्रकाश के रंग लोगों के मन के बरबस अध्यात्म की तरफ खींच ले जाते हैं। यदि
शाम के समय मंदिर दर्शन का कार्यक्रम बनाया जाए तो लाइट-साउंट इफैक्ट का
आनंद लिया जा सकता है।
मंदिर
सार्वजिक यातायात व टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। बर्डी बस
स्टैंड से पारडी के लिए बस मिलती है। वहां हर 10-15 मिनट में शेयरिंग ऑटो
से मंदिर पहुंचा जा सकता है। रेलेवे स्टेशन से पहले पारडी जाना होगा वहां
से ऑटो लेना होगा।
नागपुर
महाराष्ट्र की उपराजधानी है। यहां दिसंबर के माह में विधानसभा सत्र भी
चलता है। जनवरी-फरवरी के महीने में यहां दिन का तापमान करीब 25 डिग्री
सेल्सियस रहता है, जोकि पर्यटन के बहुत ही अनुकूल तापमान है। फोटो -
क्रांति आनंद, आशीष कुमार
सदस्यता लें
संदेश (Atom)