मंगलवार, 24 नवंबर 2020
रविवार, 22 नवंबर 2020
महाराष्ट्र में जाट समाज के लोग
महम चौबीसी से तो हम सभी परिचित हैं, ये जाटों के 24 गाँवों की खाप है जिसमें सह-जातियाँ भी सम्मिलित होती हैं। लेकिन जाट बाईसी का नाम बहुत कम लोगों ने सुना होगा । जाट बाईसी पूरी ऐतिहासिक घटना पर आधारित है। बम्बई से 180 कि. मी. दूर महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले की मालेगांव तहसील में जाटों के इकट्ठे छोटे-छोटे 22 गाँव हैं।
पानीपत की तीसरी लड़ाई में पेशवा ब्राह्मण व मराठे लगभग 4 हजार परिवार अपने साथ लाये थे। जब लड़ाई में इनकी हार हुई तो कुछ परिवार मारे गये और बचे-खुचे परिवारों ने भरतपुर नरेश महाराजा सूरजमल के राज क्षेत्र व किलों में पनहा ली थी। महाराजा सूरजमल ने कड़कती सर्दी (जनवरी 1761) में इनको पूरे अतिथि सत्कार के तहत घायलों आदि की देखभाल की तथा इन परिवारों को इनके घरो तक सकुशल पहुंचाने के लिए अपनी सेना के रोहतक व हिसार जिले के जाट सिपाही साथ भेजे जो उन्हें बड़ी इज्जत और सम्मान के साथ वहाँ उनके घरों तक ले गये, जो उस समय किसी भी कल्पना से परे था।
महाराजा सूरजमल और रानी किशोरी की शानदार मेहमानबाजी तथा इन हरियाणवी सिपाहियों की जिन्दादिली इंसानियत पर मराठा समाज कायल हो गया और इस समाज ने ऐसे नेक सिपाहियों, जिनकी शादियां नहीं हुई थी, को अपनी बेटियां देकर अपनी जम़ीन पर बसाने का फैसला लिया। समय अपनी गति से चलता रहा और आज लगभग 250 वर्ष बाद इनके 22 गाँव आबाद हो गये जो आज किसानी करके अपना निर्वाह करते हैं। इनके साथ भी वही हुआ जो आन्ध्रप्रदेश के गोलकुण्डा किले के विजेताओं के साथ हुआ या हो रहा है। क्या विश्व के इतिहास में ऐसा कोई दूसरा भी उदाहरण हैं? महाराजा सूरजमल की आलोचना करनेवालों के मुंह पर यह एक तमाचा है।
यहाँ के तोखड़ा गाँव में फिल्म अभिनेता व नेता धर्मेन्द्र जी ने अपनी माता सन्तकौर देवी के नाम हाई स्कूल बनवाया है। धर्मेन्द्र जी ने मुम्बई महानगर में पहली बार जाट सभा व जाट भवन की स्थापना की जिस पर जाट जाति को गर्व होना चाहिए।
इन जाटों के गोत्र हैं - मान, जाखड़, सिहाग, सहरावत, दहिया, बिजानियां, झिंझर, नीमड़िया, रांगी, रंधावा ,पूनिया, गिल, बैनीवाल और सांगवान (70 परिवार) आदि, इस जाट बाईसी के वर्तमान में चौ. धनसिंह सहरावत प्रधान हैं जिनका पता हैं:- गाँव - नारादाना, डाकखाना - कलवाड़ी, तहसील - मालेगांव जिला नासिक (महाराष्ट्र राज्य) ( जय जाट वंशावली
शुक्रवार, 20 नवंबर 2020
एमएलसी शिक्षक और स्नातक चुनाव से संबंधित बैठक
स्नातक और शिक्षक एमएलसी चुनाव को लेकर पाली और अतरौली पर भाजपा संगठन की बैठक आयोजित की गई। दोनों बैठकों में अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष ऋषिपाल सिंह ने की। पाली में दादों, जिरौली और बिजौली मंडल की बैठक आयोजित की गई। अतरौली में अतरौली देहात, अतरौली नगर, जिरौली मंडल की बैठक आयोजित की गई। अतरौली बैठक में बोलते हुए जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक मतदाताओं को बूथ तक लेकर आना है। मोदी और योगी सरकार के विकास कार्यों के आधार पर मतदाताओं को अपने पक्ष में करना है। बैठक में सांसद राजू भैया, हरिशंकर गौर, सत्या सिंह, धर्मेंद्र चौधरी, डॉ गोपाल महेश्वरी, उमेश राघव, गौरव शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी आशीष कुमार, संतोष गुप्ता, पुष्पेंद्र सिंह, चोब सिंह, संजू यादव, रिंकू यादव आदि मौजूद रहे।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)