शुक्रवार, 4 मार्च 2022
गुरुवार, 3 मार्च 2022
सोमवार, 15 नवंबर 2021
poem
मैं तन्हा बैठा हूं तेरी याद में।
हासिल करना है मुझे तेरे मुकाम को।।
मेरी यादों में समाई है तू।
उगता सूरज है तू आने वाले कल के एहसासों का।।
हर पल दिल की धड़कन, यादों के दर्द का एहसास कराती है।
भगवान ने मुझसे वादा किया है,
आने वाले दिन, हमारे होंगे।
हम जिएंगे शान से, और राज करेंगे शान से।
शुक्रवार, 12 नवंबर 2021
रविवार, 7 नवंबर 2021
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