मीडिया मे ऐनकेन प्रकारेण लाभ कमाने की तकनीक, विशेषकर इलैक्ट्रोनिक मीडिया
में। संपादकों को ही चैनल का बिजनेस हेड भी बना दीजिए। संपादक को दो जिम्मेदारियां
दीजिए, संपादन
और अधिक से अधिक से लाभ कमाकर देना। अधिकांश राष्ट्रीय चैनलों में यही हो रहा है।
आप तो जानते ही हैं लाभ का रास्ता समझौतों
से होकर गुजरता है, तो ऐसे में संपादक किन चीजों के साथ समझौता करेगा यह सब भी आसानी से समझा जा
सकता हैं यानि समाचारों की निष्पक्षता के साथ। कहां तक बचेगा बेचारा। मालिक को
अधिक से अधिक लाभ कमाकर जो देना है।
आशीष कुमार
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग
देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार
09411400108
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