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19 नवंबर 2020
'ट्रू इंडोलॉजी' का अकाउंट सस्पेंड करना सनातन पर हमला
भाजपा जिला प्रवक्ता आशीष कुमार ने ट्रू एंड्रोलॉजी का समर्थन करते हुए कहा कि यह अकाउंट सनातन धर्म के ऐतिहासिक तथ्यों को वैज्ञानिक तरीके से सबके समक्ष रख रहा था। ट्विटर को माफी मांग कर ट्रू इंडोलॉजी अकाउंट को बहाल करना चाहिए। यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी सनातन धर्म के समर्थन और सनातनियों को धर्म के प्रति जागरूक करने वाले लोगों के यूट्यूब और ट्विटर पर अकाउंट ब्लॉक किए जाते रहे हैं। ट्विटर पर देश विरोधी और देश की संप्रभुता और अखंडता को चोट पहुंचाने वाले अकाउंट चलते रहते हैं। उनके खिलाफ टि्वटर या यूट्यूब स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं? इस मामले में केंद्र की भाजपा सरकार भी कई बार आपत्ति जता चुकी है। और आवश्यक कानूनी कार्रवाई कर रही है। अभी हाल में ही भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख के नक्शे को टि्वटर द्वारा गलत तरीके से प्रस्तुत करने के कारण संज्ञान लिया गया है।
ट्रू इंडोलॉजी ट्विटर पर ऐसा अकाउंट था, जो हिंदू धर्म के विरुद्ध वामपंथियों द्वारा चलाए जा रहे षडयंत्रों को तथ्यों के साथ उजागर करता रहता था। ट्रू इंडोलॉजी इतिहास की किताबों में वामपंथी इतिहासकारों द्वारा भारत के वैदिक इतिहास के संबंध में जो भ्रामक और गलत चीजें दी गई थी, उनके खिलाफ भी अनुसंधान परक तथ्यों के साथ अभियान चला रखा था।
बताया जा रहा है कि कर्नाटक सरकार में कार्यरत एक महिला आईपीएस अधिकारी द्वारा अपने ट्विटर अकाउंट पर यह कहे जाने पर कि भारतीय वैदिक साहित्य में कहीं भी पटाखों या बारूद का जिक्र नहीं है। इसके विरोध में ट्रू इंडोलॉजी ने स्कंद पुराण और आनंद रामायण का संदर्भ देते हुए प्रमाण के साथ बताया कि भारतीय पौराणिक साहित्य में बारूद का जिक्र किया गया है। जबकि वामपंथी इतिहासकारों ने अब तक यही बताया है कि वह बारूद का अविष्कार कुछ सौ साल पहले चीन द्वारा किया गया था।
प्रवक्ता आशीष कुमार कहते हैं कि वामपंथी लोगों की यही खासियत है, जब उनकी सच्चाई उजागर होने लगती है तो वे तर्क से हटकर दूसरों के खिलाफ षड्यंत्र करने लगते हैं। इसे महज संयोग नहीं कहा जा सकता कि एक वेरीफाइड टि्वटर अकाउंट के द्वारा महिला आईपीएस अधिकारी ट्रू इंडोलॉजी अकाउंट के बारे में लिखतीं है कि तुम्हारा समय खत्म। और उसके कुछ मिनट बाद ट्रू इंडोलॉजी ट्विटर अकाउंट को टि्वटर इंडिया ब्लॉक कर देता है। टि्वटर इंडिया का आफिस और सर्वर बेंगलुरु में ही स्थित हैं।
आशीष कुमार ने अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि टि्वटर इंडिया द्वारा ट्रू इंडोलॉजी के अकाउंट को सस्पेंड करना अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ है। साथ ही उस अकाउंट द्वारा कुछ भी ऐसा नहीं लिखा गया है जो भारत के संविधान और कानून का उल्लंघन करता हो। तथ्यों और संदर्भों के साथ कहीं गई बात पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता है। ट्विटर को इस मामले में सफाई देनी चाहिए और ट्रूइंडोलॉजी से माफी मांग कर उसके अकाउंट को बहाल करना होगा। साथ ही उस वेरीफाइड अकाउंट को चलाने वाले व्यक्ति की भी जांच होनी चाहिए जिसके कहने पर ट्रू इंडोलॉजी के अकाउंट को सस्पेंड किया गया है। साथ ही इन संस्थाओं में काम करने वाले कर्मचारियों की जांच होनी चाहिए जो देश विरोधी और अखंडता संप्रभुता को चोट पहुंचाने यूट्यूब चैनलों और अकाउंटों को प्रोत्साहित करते रहते हैं।
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